ACB Rajasthan

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जयपुर  hellobikaner.com राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत लेने के अलग-अलग पांच मामलों में कल कार्रवाई करते हुए सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ विशेषज्ञ चिकित्साधिकारी एवं थानाधिकारी सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया।

 

 


ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ब्यूरो की जालोर इकाई ने सिरोही में ट्रेप कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना मंडार के थानाधिकारी एवं पुलिस उपनिरीक्षक अशोक सिंह चारण, उसके दो दलाल अनिल कुमार एवं अधिवक्ता अभिमन्यु सिंह को परिवादी से चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह रिश्वत परिवादी को उसके विरुद्व दर्ज बलात्कार के मामले को कमजोर करने के लिए ली गई थी।

 


सोनी ने बताया कि जोधपुर में रेलवे मंडल भगत की कोठी में वेलफेयर इंसपेक्टर राजेन्द्र सिंह गुर्जर एवं डीजल शेड भगत की कोठी में तकनीशियन (क्रेन जमादार) नंदकिशोर को तीन लाख 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

 

उन्होंने बताया कि परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई कि मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य कारणों से तकनीकी पद से अयोग्य करार दिए जाने के पश्चात श्रेणी परिवर्तन की पत्रावली पर पक्ष में अनुशंसा करने की एवज में राजेन्द्र सिंह ने नंदकिशोर के माध्यम से तीन लाख 35 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इसके बाद ब्यूरो टीम ने शिकायत का सत्यापन करके दोनों आरोपियों को परिवादी से तीन लाख 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

 


उन्होंने बताया कि इसी तरह जयपुर में विद्युत निरीक्षणालय कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी तरुण गुर्जर को एक फर्म के लाइसेंस के नवीनीकरण करने की एवज में बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि गुर्जर ने शिकायत से पहले ही परिवादी से दस हजार रुपए वसूल कर लिए थे।

 


ब्यूरो ने अलवर जिले के मालाखेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ चिकित्साधिकारी डा़ जितेन्द्र शेखर को दलाल के माध्यम से बाइस हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया। दलाल राहुल यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। डा़ शेखर ने परिवादी से यह रिश्वत उसकी मेडिको लीगल रिपोर्ट उसके पक्ष में बनाने की एवज में ली थी। इसी तरह झुंझुनूं में पटवार हल्का बास नानक पंचायत समिति की पटवारी सुशीला को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। सुशीला ने यह राशि केसीसी के रहन को ऑनलाइन इन्द्राज करने की एवज में ली थी।

 


ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम एन के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ और उनके निवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाश की जा रही है।

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