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हैलो बीकानेर,अविनाश के.आचार्य,सादुलपुर। राजगढ़ शहर की अग्रणी शिक्षण संस्था आर.एस. मैमोरियल स्कूल के निदेशक एवं प्रधानाचार्य महावीर सिंह शेखावत के सुपुत्र राजेन्द्र सिंह शेखावत को अपनी मेहनत से पी.एच.डी. शोध कार्य पूर्ण करने एवं डॉक्टर की उपाधी मिलने पर संस्था परिवार की ओर से माला पहनाकर तथा मिठाई खिलाकर सम्मान किया गया। संस्था अध्यक्ष शंकरलाल प्रजापत ने हैलो बीकानेर के अविनाश आचार्य को बताया कि राजेन्द्र सिंह उर्फ राजेश शेखावत ने इतिहास विषय में अपनी मातृभूमि राजगढ़ पर अपना शोध कार्य करते हुए राजगढ़ का आर्थिक एवं सांस्कृतिक इतिहास 1766 से 1947 ईस्वी विषयक में राजगढ़ की स्थापना, इस क्षेत्र पर प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास के प्रभाव, गोगाजी चौहान के जीवनवृत एवं मान्यताएँ, यहाँ की निजामतकालीन स्थिति इत्यादि गौरवपूर्ण ऐतिहासिक तथ्यों की विस्तृत विवेचना की है। आपको बता दे कि राजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपना यह सफल शोध कार्य डॉ. अविनाश पारीक, अधिष्ठाता, सामाजिक एवं कला संकाय आई.ए.एस.ई. मान्य विश्वविद्यालय के कुशल निर्देशन में पूरा किया। राजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता महावीर सिंह शेखावत एवं माता सन्तोष कंवर को दिया। चार वर्ष के लम्बे शोध कार्य के दौरान गृह कार्यों से मुक्त रखने एवं सहयोग के लिए जीवन संगिनी सुमन शेखावत का भी आभार व्यक्त किया। नगर शिक्षाविद् हरिसिंह भाटी ने राजेन्द्र सिंह को बधाई देते हुए बताया कि आज तक राजगढ़ का व्यवस्थित इतिहास लेखन सम्भव नहीं हो पाया। विभिन्न संस्थाओं के प्रयास भी पूर्ण नही हो सके। ध्यान रहे कि राजेन्द्र सिंह शेखावत ने ना केवल राजगढ़ क्षेत्र बल्कि तारानगर, नोहर, भादरा, चूरू एवं इनके ग्रामीण अंचलों को भी अपने शोध कार्य में वर्णित किया है। सम्मान समारोह में सांवरमल स्वामी, सुरेश राठौड़, मांगीलाल स्वामी, सुरेन्द्र जांगिड़, जयप्रकाश, अध्यापिका शीला आचार्य, सुनिता जोगी आदि मौजूद थी।

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