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हैलो बीकानेर,कोलकत्ता,। मुक्ति संस्थान, बीकानेर द्वारा राजस्थानी भाषा की मान्यता हेतु संकल्प यात्रा महानगर कोलकत्ता में संस्था अध्यक्ष हीरालाल हर्ष एवं सचिव राजेन्द्र पी जोशी के निर्देशन में बड़ा बाजार स्थित राजस्थान ब्राह्मण संघ के मुख्यालय सप्तर्षि भवन पहुंची। अमर भारती में स्थानीय संयोजक पीण् शीतल हर्ष के नेतृत्व में अनेक गणमान्य जन समूह ने मान्यता की मांग हेतु संकल्प.पत्र पर हस्ताक्षर किए।
मुक्ति के राजेन्द्र जोशी ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पार्षद विजय ओझा ने कहा कि मीरा और कन्हैयालाल सेठिया की भाषा को अब तक मान्यता नहीं मिलने से हमारे सभी सपने अधूरे हैं। सेठिया जी जीवनपर्यंत राजस्थानी भाषा के लिए संघर्ष करते रहे और उनकी अंतिम इच्छा भी भाषा की मान्यता रही। अनेक राजस्थानी साहित्यकार और समर्थक इसी इच्छा को लिए जीते और मरते हैं। बुद्धिजीवियों की यह मान मान लेने से किसी का अहित नहीं होगा इससे हिंदी अधिक मजबूत होगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता एवं ब्राह्मण संघ के संरक्षक रामगोपाल थानवी ने कहा कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए दिये जाने वाले ज्ञापन हेतु सामूहिक हस्ताक्षर कर इस अभियान को गति देने का है। यह हम सब की धैर्यपूर्वक मांग है और इस पर संवेदनशीलता के साथ जल्द से जल्द विचार कर भाषा को मान्यता देकर मांग का सम्मान किया जाना चाहिए।
इस अबसर पर सामाजिक कार्यकर्त्ता आनंद पुरोहित ने कहा कि राजस्थानी भाषा हमारी आन.बान.शान की प्रतीक हैए इसको मान्यता मिलने से हमारी संस्कृति की रक्षा होगी। पुरोहित ने कहा कि राजस्थान के बच्चों की प्राथमिक शिक्षा राजस्थानी में होनी चाहिए यह देश के शिक्षाविदों का मानना है। राज्य सरकार ने जब उच्च शिक्षा में राजस्थानी को मान्यता दे रखी है तो अब जल्द से जल्द प्राथमिक स्तर पर इसे लागू करना चाहिए। स्थानीय संयोजक पीण् शीतल हर्ष ने कार्यक्रम में आए हुए गण मान्य जनों का परिचय देते हुए कोलकत्ता के प्रवासी राजस्थानियों के द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा की। हर्ष ने कहा कि किसी भी देश में इतने बड़े जन समूह की भावनाओं का जल्द से जल्द सम्मान भाषा को मान्यता प्रदान कर किया जाना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए विष्णु प्रसाद शर्मा एवं राजकुमार व्यास ने कहा कि प्रत्येक राजस्थानी का यह फर्ज है कि वह इस मुद्दे की गंभीरता को समझ कर जन जन को जोड़ने में जुट जाएं। जब तक हम एकजुट होकर अपनी मांग के लिए प्रयास नहीं करेंगे तब तक हमारी मांग अधूरी रहेगी।
कार्यक्रम में कवि.कहानीकार राजेन्द्र जोशी ने अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मान्यता के लिए सभी प्रमाण प्रस्तुत किए जा चुके हैं अब तो बस उनके आधार पर घोषणा होनी शेष है। मान्यता की बात को स्वीकारे जाने पर पूरे देश में फैले राजस्थानी समाज द्वारा स्वागत किया जाएगा और यह राष्ट्रीय हित में उल्लेखनीय कार्य होगा।
कार्यक्रम में राजस्थान ब्राह्मण संघ के सचिव राज कुमार व्यासए दिलीप पुरोहितए मेघातिथी जोशीए सुन्दर लाल जोशीए महेंद्र पुरोहितए प्रदीप सुढ़वालए महेंद्र पुरोहित आदि अनेक राजस्थानी समर्थकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए थे। संकल्प यात्रा हस्ताक्षर कार्यक्रम में आज कोलकत्ता में सैकड़ों राजस्थानी भाषा के समर्थकों ने हस्ताक्षर कर अपनी मांग को जाहिर किया।

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