हैलो बीकानेर। बीकानेर शहर वैसे तो हर फिल्ड अपना लोहा मनवा चूका है लकिन अभी भी एक ऐसा फिल्ड है जिसमे बीकानेर बहुत पीछे है वो फिल्ड है ड्रेसाज यानी घुड़सवारी, घुड़सवारी करना एक सिर्फ एक कलाबाजी या खेल नहीं है या ये फिल्ड शिर्फ़ उन लोगो के लिए नहीं जिनका ड्रेसाज यानी घुड़सवारी करने का शौक है। नियमित घुड़सवारी करने से शरीर भी एकदम फीट रहता है। बीकानेर शहर में पुराने ज़माने में तांगे हुआ करते थे जो सवारियों को लाने और लेजाने का काम करते थे उस तांगे में प्रमुख भूमिका घोड़े की होती थी। अब जमाना बदल गया है अब घोडा रखना या ड्रेसाज यानी घुड़सवारी करना आपकी पर्सनालिटी में चार चाँद लगा देता है ।
अब आपके शहर बीकानेर में रॉयल डेज़र्ट राइडिंग क्लब द्वारा घुड़सवारी सीखाई जा रही है। अच्छी खबर ये है की रविवार 14 मई को यह क्लब इवेंट करने जा रहा है जिसमें आने वाले सभी लोगो को फ्री में घुड़सवारी करवाई जाएगी।
रॉयल डेज़र्ट राइडिंग क्लब के प्रेसीडेंट कन्हैया लाल भाटी (9950105087) ने बताते है की उनके क्लब द्वारा मुरलीधर व्यास कॉलोनी के आगे गेमना पीर रोड पर 14 मई को शाम 6 बजे फ्री में घुड़सवारी करवाई जाएगी। मारवाड़ी नस्ल के घोड़े पूरे विश्व में विख्यात है। अछे ट्रेनरो द्वारा आपको रॉयल घुड़सवारी का फ्री में अनुभव करवाया जायेगा।
कन्हैया लाल भाटी (9950105087) बताते है कि घोड़ा समझदार और स्वामिभक्त जानवर जाना जाता है। घोड़े की नस्ल में ही वफादारी होती है। वह मालिक को खुश करने के लिए हमेशा तत्पर होता है। घुड़सवारी एक प्रकार की कला है। घोड़ों को दिशा निर्देश देना और बिना गिरे उसकी सवारी करना ही इसमें एक कला का रूप लेता है। नियमित घुड़सवारी करने से शरीर भी एकदम फीट रहता है।