बीकानेर hellobikaner.in शनिवार को सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल के प्रांगण में लर्निंग बाय डूइंग संस्था और ऐरोमोडलर एसोसिएशन, इंडिया के सयुंक्त तत्वावधान में बीकानेर के बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल एरोप्लेन की सफल टेस्टिंग और ऐरोमोडल शो किया गया। यह एरो मॉडल बैटरी संचालित, गुलेल से एवं हैंड ग्लाइडर थे। ये मॉडल एक बार में कुछ सेकंड से 25 मिनट तक की ऊंचाई पर उड़ान भर सकते हैं।
जोधपुर से आए एरो मॉडल्स विशेषज्ञ विवेक शर्मा ने बताया कि इसमें प्रतिभागियों द्वारा रिमोट कंट्रोल हेलिकाप्टर व रिमोट कंट्रोल एरो प्लेन की उड़ान और विभिन्न प्रकार की एरो बेटिक्स का प्रदर्शन किया गया।इसमें प्रतिभागियों ने जाना की किस प्रकार एरोप्लेन बनाया जाता है ,कंट्रोल किया जाता है और विभिन्न परिस्थितियों का उड़ान में क्या असर पड़ता है।
इस प्रकार क़ी तकनीक का प्रयोग बड़े ऐरोप्लेन बनाने में बहुत सहायक है, जिसमें पहले छोटे ऐरोप्लेन बना कर उनकी डिज़ाइन पर प्रयोग किये जाते हैं। फिर उस तकनीक पर बड़े एरोप्लेन का निर्माण किया जाता है। उल्लेखनीय है कि एरोमॉडलर एसोसिएशन, इंडिया पूरे भारतवर्ष में इस तरह के शो व कॉम्पटिश आयोजित करता रहता है। बीकानेर में एयरोमॉडलिंग और एयरोडायनेमिक गतिविधियां पिछले कुछ महीनों से डीआरडीओ के भूतपूर्व निदेशक और बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के भूतपूर्व कुलाधिपति डॉक्टर एचपी व्यास सर के निर्देशन मे चल रही है।
इन गतिविधियों में लर्निंग बाय डूइंग टीम से जुड़े पंकज गोदारा देवकिशन, रजनी जावा, मित्रवृन्दा रंगा, संजीव शर्मा ,गणेश सियाग, देवकिशन सुथार आदि पूरी टीम ने कोरोना महामारी में लोक डाउन के दौरान बीकानेर में एयरोमॉडलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मार्गदर्शन में प्लेन तैयार किये हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से डॉक्टर एचपी व्यास सर कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं और बीकानेर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल मैं भर्ती होकर चिकित्सकीय सेवाएं ले रहे हैं। व्यास सर के विद्यार्थियों ने कोरोना से लड़ने और सर के मनोबल को बढ़ाने के लिए सफल उड़ान परीक्षण किया। साथ ही एचपी व्यास सर के स्वास्थ्य में शीघ्र अति शीघ्र सुधार के लिए प्रार्थना की।