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हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com,  बीकानेर। एसडीएम जिला अस्पताल ने पहली बार एक किलोग्राम वजनी नवजात शिशु का सफल उपचार किया। शिशु को एक महीने से अधिक के सफल उपचार के पश्चात शुक्रवार को डिस्चार्ज किया गया।

अस्पताल में संचालित एसएनसीयू प्रभारी डॉ. प्रवीण चतुर्वेदी ने बताया कि 3 नवंबर को अस्पताल के लेबर रूम में एक किलोग्राम वजनी नवजात शिशु का प्रसव करवाया गया था। इसके पश्चात नवजात शिशु को अस्पताल में संचालित विशेष नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई मे अत्यंत कम वजन होने, श्वसन प्रणाली में कठिनाई और सेप्टीसीमिया की स्थिति के इलाज हेतु भर्ती किया गया था।

लगभग 40 दिन अस्पताल में लगातार इलाज के पश्चात 13 दिसंबर को शिशु का वजन 1.5 किलोग्राम होने तथा स्थिति बिल्कुल सामान्य होने पर डिस्चार्ज किया गया। उक्त नवजात शिशु का संपूर्ण इलाज मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान योजना एवं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के द्वारा पूर्णतया निशुल्क किया गया। इस दौरान नवजात शिशु के माता-पिता और परिजनों द्वारा एक महीने से ज्यादा चले सफलतापूर्वक उपचार के लिए अस्पताल प्रशासन और एसएनसीयू टीम का आभार व्यक्त किया।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनील हर्ष ने बताया कि जिला अस्पताल में करीब तीन वर्ष पूर्व एनएचएम द्वारा नवजात शिशुओं की जन्म के समय हुई जटिलताओं के इलाज के लिए एसएनसीयू और एमएनसीयू का निर्माण करवाया गया था। जिसे पिछले सात माह से प्रायोगिक तौर पर अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों के इलाज के लिए चलाया जा रहा है।

इस इकाई में संचालन शुरू करने के पश्चात वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवीण चतुर्वेदी, सीनियर रेजिडेंट डॉ मनीष पुष्करणा, चिकित्सा अधिकारी डॉ अमृता भार्गव की देखरेख में नर्सिंग प्रभारी अमित वशिष्ठ एवं अन्य की टीम द्वारा नवजात शिशुओं के पीलिया, सेप्टीसीमिया, सीजर, श्वसन प्रणाली संबंधी दिक्कतों से संबंधित 250 से अधिक बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। इस यूनिट के संचालन के माध्यम से बीकानेर शहर के उन निवासियों को राहत मिली है जिन्हें प्राइवेट क्षेत्र मे नियोनेटल आइसीयू मे उपचार हेतु लाखों रुपए खर्च करने पडते हैं।

अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में संचालित नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई और एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट) मे नवजात शिशुओं के उपचार हेतु वेंटिलेटर, सीपैप मशीन, फोटोथेरेपी मशीन सहित सभी आवश्यक अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध है।

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