अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त में बन रहा संयोग, खरीदारी, शुभ कार्य और विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ
हैलो बीकानेर,। पंडित गिरधारी सूरा (पुरोहित) के अनुसार अक्षय तृतीया पर 28 अप्रैल 2017 को सुबह 10 बजकर 27 मिनट से लेकर अगले दिन 29 अप्रैल 2017 को सुबह 6 बजकर 54 मिनट तक है । हमारे बीकानेर में हमेशा उदयतिथि को मानते है इस वजह से अक्षय तृतीया 29 अप्रैल को मनाई जाएगी । इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी है ये संयोंग खरीदारी के साथ साथ शुभ कार्य,गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार,और विवाहादि कार्यो के लिए दोहरी श्रेष्ठता वाला रहेगा, 28 अप्रैल को सुबह कृतिका और रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा ,कृतिका का स्वामी अग्नि और रोहिणी का स्वामी ब्रह्मा है रोहिणी वृष राशि मे आता है जिसका मालिक शुक्र है जो सौंदर्य प्रसाधन का कारक है इस दिन की गई खरीद समृद्धिपूर्ण रहेगी ,अक्षय तृतीया का स्वयं सिद्ध मुहूर्त के रूप में भी जाना जाता है इस दिन बिना कोई पंचांग देखे कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य कर सकते है ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन किया गया जप,तप,हवन,स्वाध्याय और दान भी अक्षय हो जाता है ! अक्षय तृतीया का शाब्दिक अर्थ जिस तिथि का क्षय न हो । अक्षय तृतीया को शास्त्रो में अक्षय पुण्य और धन दायक कहा गया है। अक्षय तृतीया पर स्वर्ण , वस्त्र ,वाहनादि और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की खरीदारी अतिउत्तम रहेगी । अक्षय तृतीया में विवाह के मुहूर्त भी 28 और 29 अप्रैल को 9 रेखीय सावा हैइस दिन दान देने वाली वस्तु पूर्ण जल भरा हुआ घड़ा, पंखा, गेहूं, चावल,नमक, घी, शक्कर, सब्जी,इमली,फल,वस्त्र,छाता, दही,सरबत, दक्षिणा, दान देनी चाहिए और साथ मे विष्णु भगवान का पूजन भी विधि विधान से करना चाहिए ।