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भूकंप आने के कारणों पर बात करें तो पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूम रही हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। जो तबाही मचा सकता है।

 

राजधानी दिल्ली और हरियाणा समेत कई राज्यों में शुक्रवार सुबह करीब 4.25 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.0 थी। रोहतक (हरियाणा) में भूकंप का केंद्र था। ख़बरों के अनुसार रोहतक में दोबारा सुबह 8 बजे के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए लेकिन इस बार इसकी तीव्रता पहले कम 3.2 रही। इधर, भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। हालाँकि अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

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