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आप जल्दी में हैं और आपकी ट्रेन बस कुछ ही पलों में प्लेटफॉर्म से खुलने वाली है और आप हड़बड़ी में टिकट लेने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं, तो कोई बात नहीं. आप आराम से ट्रेन में जाइये और अपना सफर तय कीजिए. अब आपको कोई टीटीई जुर्माना भरने के लिए परेशान नहीं करेगा. जी हां, यह जो आप पढ़ रहे हैं, यह चौंकाने वाली खबर नहीं है, बल्कि यह सौ फीसदी सही है कि ऐसे यात्रियों को रेलवे ने तोहफा देने के लिए एक उपाय सोचा है और वह उपाय यह है कि यदि आप हड़बड़ी या जल्दबाजी में टिकट नहीं ले पाये, तो आप ट्रेन में सफर के दौरान भी बिना किसी जुर्माने के टिकट बनवा सकते हैं. इसके लिए आपको किराये के अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, अब अगर आप जल्दी में हैं, तो ट्रेन में सफर के दौरान भी टिकट ले सकते हैं. इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी. रेलवे के इस तोहफे से बिना टिकट यात्रा करने वाले अब बहाने नहीं बना सकते हैं. ट्रेन छूटने के डर से बिना टिकट लिए ट्रेन में चढ़ने वालों के लिए यह बेहद अच्छी खबर है. रेलवे ने अप्रैल से ऐसे लोगों को ट्रेनों में ही टिकट देने की व्यवस्था शुरू कर दिया है. इसके लिए आपको ट्रेन से उतरने की जरूरत नहीं है और न ही इंटरनेट का इस्तेमाल करना है. यात्री ट्रेन में टीटीई से संपर्क कर टिकट ले सकेंगे. यानी टीटीई को देखकर आपको न तो डरना है और न ही बाथरूम में जाकर छुपना है, बल्कि एक जागरूक नागरिक की तरह टीटीई को बताना होगा कि किस कारण से आप बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं. उसके बाद टीटीई आपको टिकट काटकर देगा. टीटीई संबंधित यात्री से तय किराये के साथ ही 10 रुपये अतिरिक्त शुल्क लेकर हैंड हेल्ड मशीन से टिकट निकालकर देगा.

आरक्षित टिकट देने की यह सुविधा केवल सुपरफास्ट ट्रेनों में शुरू हुआ है, जो कि बाद में व्यापक पैमाने पर हो सकता है. यह हैंड हेल्ड मशीन रेलवे के पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के सर्वर से कनेक्ट होगी. जैसे ही यात्री टिकट मांगेगा, मशीन में नाम और जगह डालते ही टिकट निकल आयेगी. मशीन की मदद से ट्रेन में खाली बर्थों की जानकारी भी आसानी से मिलेगी.

वेटिंग क्लीयर होने पर भी ट्रेन में खाली बर्थ की जानकारी हैंड हेल्ड मशीन में उपलब्ध होगी. यदि किसी यात्री की वेटिंग क्लीयर नहीं हुई है, तो वह टीटीई के पास जाकर अपनी टिकट दिखाकर खाली सीट की जानकारी लेकर उसे कन्फर्म करा सकता है.

साभार : प्रभात खबर

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