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हैलो बीकानेर। सरकारी चिकित्सकों के सामूहिक इस्तीफे के चलते जिले में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आयुष चिकित्सकों द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया गया। पीएचसी, सीएचसी व जिला अस्पताल में गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांचे हुई। एक ओर आयुर्वेद विभाग द्वारा 49 आयुर्वेद व 8 होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी शहरी-ग्रामीण अस्पतालों पर तैनात किए गए हैं तो आरबीएसके व एनएचएम में कार्यरत 58 आयुष चिकित्सक भी गर्भवतियों की जांच करते नजर आए।
आयुष के अंतर्गत आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सकों द्वारा वजन, रक्तचाप, रक्त, पेशाब इत्यादि की जांचे कर अपनी-अपनी पद्धति की दवाइयाँ निःशुल्क दी गई जबकि नर्सिंग स्टाफ द्वारा आयरन-कैल्सियम की गोलियां आवश्यकतानुसार दी गई। द्वितीय व तृतीय तिमाही वाली गर्भवतियों में से अधिक जोखिम वाली गर्भवतियों का चयन कर सुरक्षित प्रसव के लिए आवश्यक सलाह दी गई और आवश्यकतानुसार पीबीएम रेफर भी किया गया।
डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि जिले में कुल 1070 गर्भवतियों ने अभियान का लाभ उठाया। निजी क्षेत्र के गायनेकोलोजिस्ट में डॉ. शशि सुथार ने इंदिरा कॉलोनी डिस्पेंसरी में, डॉ. जुगलकिशोर छाबड़ा ने यूपीएचसी न. 6 नत्थूसर में, डॉ. सूरत चलाना ने यूपीएचसी तिलक नगर में, डॉ. शर्मिष्ठा शर्मा ने यूपीएचसी न. 7 रानी बाजार में, डॉ. मघु आर्य ने सीएचसी नापासर में व  डॉ. मंजू जोशी ने सीएचसी डूंगरगढ़ में अपनी सेवाएं निःशुल्क दी।

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