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बीकानेर(www.hellobikaner.com)। उर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ.बुलाकी दास कल्ला ने कहा कि विद्या, धन व शक्ति का उपयोग पीड़ित मानव की सांगोपांग सेवा के लिए करें। वे सोमवार को पूगल रोड पर केन्द्रीय अक्षय पात्र फाउंडेशन के 43 केन्द्रीय किचन के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप संबोधित कर रहे थे।
डाॅ.कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से राज्य की स्कूलों में मिड-डे मील के माध्यम से पोष्टिक व गुणवतापरक भोजन विद्याथर््िायों को उपलब्ध करवा रही है। अक्षयपात्र फाउंडेशन जैसी संस्थाओं के सहयोग से इस कार्य को  और बल मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि सब को शिक्षा एवं खाद्य सुरक्षा देकर आने वाली पीढ़ियों को सशक्त बनाना राज्य सरकार का प्राथमिक लक्ष्य है। शिक्षा भविष्य बनाने की आधारभूत आवश्यकता है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने भविष्य को संवारने के प्रति सचेष्ट रहे। सरकार उन्हें अच्छे वातावरण में शिक्षा, भोजन व खेल की सुविधा उपलब्ध करवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी  ।
उर्जा व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ.कल्ला ने कहा कि अक्षय पात्र संस्था के संस्थापक प्रभुपाद ने ज्ञान,कर्म और भक्ति, योग का संदेश दुनियांभर में फैलाया है। सात्विक भोजन उपलब्ध करवाकर विद्यार्थियों में सात्विक बुद्धि का विकास करने में योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि सात्विक भोजन और आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर यहां के युवा देश के सम्पूर्ण विकास में जुड़ कर जिले व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
इस अवसर पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। शिक्षा की बुनियादी आवश्यकता को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। गरीब के बच्चे को शिक्षा मिले और पौष्टिक भोजन के माध्यम से जीवन सुधरे इसके लिए कोई कोसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि 14 वर्ष तक का एक बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। आर.टी.आई. के प्रावधानों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि बीकानेर शिक्षा का हब है,  बीकानेर की पहचान को बनाने में जनता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अक्षय पात्र फाउंडेशन के माध्यम से केन्द्रीय किचन की शुरूआत मानवता की सेवा के लिए अन्य भामाशाहों व समाज सेवी संस्थाओं को  प्रेरित करेगी ।
केन्द्रीयकृत रसोई के उद्घाटन अवसर पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि बीकानेर को अक्षयपात्र फाउंडेशन की ओर से एक बड़ी सौगात मिली है । इस किचन में अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से गुणवता का ध्यान रखते हुए ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा।  इससे देश की नूतन पीढ़ी  के पोषण में गुणावत सुधार आएगा। सरकार जनता की अपेक्षा पर खरा उतरेगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी शिक्षण संस्थाओं में भोजन की नियमित जांच करते रहे।  इससे पूर्व डाॅ.कल्ला ने फीता काटकर रसोई घर का उद्घाटन किया। जिला कलक्टर कुमार पाल ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रेरणा के रूप में रहेगा।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख सुशीला सींवर भी उपस्थित थी। अक्षय पात्र के रघुपति स्वामी, राम रतन दम्माणी, यशपाल गहलोत, सुनीता गौड़,राजकुमार किराडू, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद आदि उपस्थित थे।

रसोई घर की विशेषता
इस रसोई घर में 4 घन्टें में 20 हजार का भोजन तैयार होगा, 50-60 कर्मचारी लगेंगे, 15 हजार रोटी प्रति घन्टे बनेगी, 9 मिन्ट में 100 किलो आटा गुंथेगा, 1200 लीटर कूकर में 65 मिनट में 6 हजार बच्चों के लिए दाल पकेगी। 500 लीटर कूकर में 20 मिनट में 125 किलो चावल तैयार होंगे। 700 किलो आलू प्रति घन्टे छीलेगी मशीन, 900 किलो सब्जी एक घंटे में काटेगी भी मशीन।
6 फरवरी को 117 स्कूल से शुरूआत होगी। पहले दिन से 10 हजार स्अॅडेंट्स को सप्लाई करेंगे। 165 स्कूलों में दो सप्ताह बाद होने लगेगी सप्लाई एवं 13 रूट तय किए जाएगें। सप्ताह में एक दिन मिठाई और फ्रूट्स भी दिए जाएगें। रोज 12 ग्राम प्रोटीन और 450 कैलोरी मापदण्ड की पालना होगी।
यह रहेगा साप्ताहिक मैन्यू 
सोमवार को रोटी-सब्जी, मंगलवार को चावल-दाल एवं सब्जी, बुधवार को रोटी-दाल, गुरूवार को खिचड़ी (दाल, चावल, सब्जी युक्त) शुक्रवार को रोटी-दाल और शनिवार को रोटी-सब्जी (सप्ताह में एक दिन फ्रूट्स)

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