hellobikaner.com
Share

सेवा के संस्कारों से व्यक्तित्व विकास
……………..
शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक सुभाष महलावत ने कहा है कि अध्ययन के साथ-साथ विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां हमारे संस्कारों की अंवेर करती है, ऐसे में विद्यार्थी ‘अर्जुन वाली आंख’ रखकर ही लक्ष्य को आसानी से साध सकता है। वे शुक्रवार को स्थानीय राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। विशिष्ठ अतिथि युवा साहित्यकार राजूराम बिजारणियां ने इस मौके पर विद्यार्थियों से कहा कि राष्ट्र निर्माण की अहम कड़ी विद्यार्थी ही होता है।
अध्यक्षता करते हुए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रेवंतराम पड़िहार ने कहा कि विद्यार्थी देश के भविष्य को दिशा देने में महत्ती भूमिका निभाता है। नोडल प्रधानाचार्य दिलीप कुमार हर्ष ने एनएसएस की गतिविधियों से अवगत करवाते हुए विद्यार्थियों की सेवा के संदर्भ में भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में सम्माननीय अतिथि कालू प्रधानाचार्य ताराचंद भुंवाल ने सेवा संस्कारों का महत्व बताया।इस अवसर पर व्व्याख्याता राजकुमार गोगीया रामधन बाना महावीर सिरोही राजेन्द्र प्रसाद रेवंत राम पूनिया भरताराम सिद्धू वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक भंवर लाल नैण, सहायक कार्मिक रामचंद्र नाथ, कनिष्ठ लिपिक मनोहर मीणा आदि ने अपने विचार विद्यार्थियों के साथ साझा किए। प्रभारी भागूराम महला ने आभार जताया।
img-20170106-wa0027

About The Author

Share

You cannot copy content of this page