बीकानेर। प्रति दो वर्ष के बाद आने वाले पुष्करणा सावा में अब एक दिन शेष रह गए हैं। कल यानि बुधवार, 1 फरवरी को पुष्करणा समाज के सैकड़ों युवक-युवतियां परिणय सूत्र में बंधेंगे। शहर के जाने-माने समाजसेवी शंकरलाल हर्ष की मानें तो पहले पुष्करणा सावा 7 वर्षों में एक बार निकाला जाता था। समाज के ही लोगों की मांग पर पहले पांच वर्षों, चार वर्ष और अब अब हर दो साल बाद पुष्करणा समाज के सामूहिक सावे में सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंधते हैं। शहर में जिन घरों में 1 फरवरी को शादी होनी है उन घरों में सोमवार से हाथ धान के कार्यक्रम शुरु हो गए। बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल के कोषाध्यक्ष घनश्याम लखाणी ने बताया कि शहर के अंदरुनी क्षेत्र के हृदय स्थल मोहता चौक में जबरदस्त पुरस्कारों की बौछार की जाएगी। प्रथम तीन विष्णु रुपी दूल्हों को क्रमश: 11 हजार, द्वितीय को 7100 और तृतीय दूल्हे को 5100 रुपए नकद पुरस्कार दिया जाएगा वहीं कृष्णा आर्टिफिशियल की श्रीमती कृष्णा व्यास-बंशीलाल व्यास परिवार की ओर से प्रथम तीन दूल्हों को शर्ट्स और उनकी दूल्हनों के लिए तीन गवरजा की प्रतिमा दी जाएगी। उधर स्वर्गीय मूलचंद फतादेवी जसकरण सुखाणी ‘पत्रकार परिवारÓ संजय सुखाणी की ओर से प्रथम, द्वितीय व तृतीय दूल्हों को तीन शर्ट्स दी जाएगी और प्रथम आने वाले की दूल्हन को आर्टिफिशियल कमर कंदोला दिया जाएगा। सुखाणी ने सोमवार को मोहता चौक स्थित सावा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष शंकरलाल हर्ष, श्रीनारायण आचार्य व लखाणी को शर्ट्स और कमर कंदोला भेंट किया।