बीकानेर hellobikaner.in विश्व होम्योपैथिक दिवस पर होम्योपैथिक चिकित्सकों व दवा विक्रेताओं ने डॉ हैनीमैन का जन्मदिवस मनाया। प्रोफेसर डॉ. एजाज़ अज़ीज़ सुलेमानी प्रिंसिपल ( एम. एन. होम्योपैथीक मेडिकल कॉलेज, बीकानेर) ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार होमियोपैथी विश्व की द्वितीय सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति है।
डॉ. यासिर मिर्जा ने बताया कि डॉ. फ्राइडरिक सैम्यूल हानेमान का जन्म 10 अप्रैल 1755 में एवं देहांत 2 जून 1843 ईस्वी में हुआ था। वह होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जन्मदाता थे और यूरोप के जर्मनी के निवासी थे। प्रोफेसर डॉ. नीतू सिंह (स्त्री रोग विभाग) ने बताया कि होमियोपैथी ऐसी पद्धति है जो रोग को जड़ से मुक्त करती है।
इस अवसर पर कॉलेज मे डॉ सैमुअल की प्रतिमा पर माला ओर दीप प्रज्वलित कर सम्मान किया गया ओर उनकी याद मे डॉ. रुबीना मिर्ज़ा ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला और डॉ. प्रदीप कौर ने होम्योपैथिक विद्यार्थियों को उनके जीवन मे किये गए होम्योपैथिक अनुसंधानो को विस्तृत रूप मे जानकारी दी।