हैलो बीकानेर न्यूज। बीकानेर में रहने वाले बुलाकी भादाणी पुत्र दाऊलाल भादाणी रांगडी चौके ने बीकानेर नगर निगम महापौर के नाम एक पत्र लिखा है। जिसमें भादाणी ने कहा है कि उसके पास अपनी जीवनलीला समाप्त करने के अलावा कोई दुसरा मार्ग नहीं है। आखिर ऐसा क्या हुआ जो भादाणी ने नगर निगम महापौर के नाम यह पत्र लिखा ?
यह है पुरा मामला
बुलाकी भादाणी किराए पर टैक्सी चलो का काम कर मेहनत-मजदूरी करता है। परिवार में भादाणी के अलावा दो ब”ो, पत्नी और माँ है। भादाणी के घर कमाने वाला दुसरा और कोई नहीं। शहर में आई बारिश से भादाणी के मकान की छत भी गिर गई। गत माह एक आवारा गोधे ने भादाणी को टक्कर मार दी जिससे उसके हाथ में गंभीर चोट आ गई। ऑपरेशन करवाया गया। डॉक्टर ने दो माह चोट लगे हाथ को स्थिर रखने की सलाह दी है। ईलाज किसी प्राईवेट अस्पताल में करवाया गया जिसमें भादाणी का काफी खर्च भी लगा।
आर्थिक स्थिति से तंग आकर भादाणी ने नगर निगम महापौर से सुरक्षा और मुआवजे की मांग के संबंध में पत्र लिखा और पत्र में यह भी लिखा कि मेरा आपसे निवेदन है कि क्षेत्र में आवारा पशुाओं को पकडवाने का कार्य करवाया जाए और मुझे मुआवजे के तौर पर आर्थिक सहायता प्रदान कर मेरी पीड़ा दूर करें। मैं पीडित हूं आपसे निवेदन ही कर सकता हूं। इसके अलावा मुझे अपनी जीवनलीला समाप्त करने के अलावा कोई मार्ग नहीं दिख रहा।
सरकारी खर्च पर हो रही गौरव यात्रा तत्काल निरस्त हो – अशोक गहलोत
आरावा पशुओं की वजह से आए दिन बीकानेर में बड़ा नुकसान हो रहा है। हाल ही में मुख्यमंत्री राजे का बीकानेर आगमन हुआ था जिसमें उन्होंने बीकानेर कलेक्टर को कहा था कि ‘मुझे बीकानेर में एक भी गोधा दिखाई नहीं देना चाहिएÓ लेकिन यहां तो हर गली-मौहल्ले व सड़कों पर खुले आम गोधे घूम रहे है और बीकानेर के आम नागरिकों को घायल कर रहे है। अब भादाणी जैसे ना जाने कितने लोग बीकानेर में आवारा पशुओं के शिकार हुवें होगें। इस गंभीर समस्या का जल्द ही समाधान प्रशासन को करना होगा वरना भादाणी की और भी लोग ऐसा कदम उठाने का प्रयास करेगें।