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हैलो बीकानेर,। श्री गोपीकिशन धर्मार्थ आयुर्वेदिक औषधालय का 32वां स्थापना दिवस रविवार को समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर भगवान धनवंतरि का विशेष पूजन किया गया तथा आज के दौर में आयुर्वेद की महत्ता विषय पर चर्चा की गई।
मोहता चैक स्थित औषधालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वैद्य किशन लाल आसोपा ने बताया कि औषधालय के संस्थापक वैद्य स्व. ओमप्रकाश आसोपा के आदर्शों का अनुसरण करते हुए औषधालय द्वारा पिछले तीन दशकों से शहरवासियों की सेवा की जा रही है। उन्होंने आयुर्वेद को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों में से एक बताया तथा कहा कि यदि व्यक्ति नियमित दिनचर्या अपनाए तथा प्रकृति के अनुकूल भोज्य पदार्थ ले, तो वह अनेक बीमारियों से दूर रह सकता है।
बलदेव आसोपा ने बताया कि आज योग एवं प्राणायाम के साथ, भारत की आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को पूरी दुनिया मान चुकी है। भारत में पाई जाने वाली हजारों प्रकार की वनस्पतियों में स्वास्थ्य के गुण मौजूद हैं। इस दृष्टिकोण से भारत के पास औषधियों के विपुल भंडार हैं। इस अवसर पर शांति प्रसाद बिस्सा, भगवती प्रसाद, मारूति, मणि शंकर, नितिन, बबलू आसोपा, ऋषि कुमार व्यास, कीर्ति बिस्सा सहित विभिन्न लोग मौजूद थे।

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