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बीकानेर। नहरबंदी के बाद बीछवाल जलाशय मंे पानी पहुंच जाने से इससे जुड़े क्षेत्र में अब नियमित रूप से पानी आपूर्ति होना संभव हो गई है। बीछवाल जलाशय में पानी की आवक और उचित मात्रा में फिल्टर हो रहे पानी का जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बुधवार को जलदाय विभाग के अभियन्ताओं के साथ निरीक्षण किया और पेयजल की शुद्धता के संबंध में निर्देश दिए।

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नहर बंदी से खाली हुए जलाशय के पेचवबर्क (टूटी हुई लाइनिंग) के मरम्मत कार्यों का गौतम ने जलाशय में उतर कर निरीक्षण किया और मौके पर निर्माण सामग्री की गुणवता कीे जांच की। उन्होंने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से बातचीत की ओर उनसे पूछा कि जो सामग्री काम में ली जा रही है,वह गुणवतापूर्ण है या नहीं। उन्होंने लाइनिंग मंे काम में ली जा रर्ही इंट की टाइल्स की मजबूती के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने उपयोग में ली जा रही बजरी की गुणवत्ता के बारे में भी उपस्थित अभियन्ता से पुछताछ की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जलाशय के जो भी कार्य चल रहे हैं,उसकी गुणवता से समझोता नहीं होगा। संबंधित अभियन्ता नियमित कार्यों की माॅनिटरिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि जलाशय के भरने से पहले इसके अन्दर के भाग की मरम्मत हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य की तराई के साथ इन पर बोरी डालकर,नमी दी जाए ताकि सीमेन्ट की तराई सही तरीके से हो सके।
इस दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता दीपक बंसल ने बताया कि इस जलाशय की परिधि में अमृत योजना के तहत कार्य चल रहे हंै। झील के अंदर करीब सात-आठ पेचवर्क है,जिसका काम शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा। करीब 42 लाख रूपये की लागत से इसके चारों ओर सड़क व नाली का कार्य होना है। उन्होंने बताया कि बीछवाल स्थित फिल्टर प्लांट में पानी लिया जा रहा है। जलाशय को भरने तथा फिल्टर का काम साथ-साथ चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी 6 पम्प चलने से आगामी 7 दिनों में यह जलाशय भर जायेगा। उन्होंने बताया कि गत् वर्ष नहर बंदी के बाद मिले पानी की तुलना मंे इस बार पानी की गुणवता अच्छी है। उन्होंने बताया कि बीछवाल जलाशय के पानी की लैब में गुणवता की जांच के बाद पानी फिल्टर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस जलाशय से जुड़े क्षेत्र में पानी की कटौती बंद कर दी गई है।
इसके बाद जिला कलक्टर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पानी की शुद्धता जांच के लिए बनी प्रयोगशाला पहुंचे और लैब के अधिकारी मनोज शर्मा से नहरी पानी की शुद्धता के बारे में जानकारी ली। शर्मा ने बताया कि नहरी बंदी के बाद जो पानी आया है वह शुद्धता की दृष्टि से अच्छा है। उन्होंने बताया कि इस पानी की घुलित आॅक्सीजन की मात्रा 7.4 पीपीएम पाई गई है,जो कि अच्छी है।  इस मौके पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियन्ता सुशील डूडी भी मौजूद रहे।

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