श्री गोपेश्वर विद्यापीठ के समन्वयक गिरिराज खैरीवाल को पश्चिमी राजस्थान के बेस्ट सांईस टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
राजस्थान वेस्ट मैथ्स सांईस टेक्नो फेअर में उमड़ा जन सैलाब
हैलो बीकानेर। रमन सांईस एंड टेक्नोलॉजी फांउडेशन, गुजरात की ओर से श्री गोपेश्वर विद्यापीठ के समन्वयक गिरिराज खैरीवाल को पश्चिमी राजस्थान के बेस्ट सांईस टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। रमन सांईस एंड टेक्नोलॉजी फांउडेशन के चेयरमैन डॉ चंद्रमौली जोशी, ईसरो, बैंगलोर के सीनियर सांईटिस्ट डॉ एस एन शेख, ईसरो, अहमदाबाद के सीनियर सांईटिस्ट डॉ भरत भाई सीनियारा, इंडियन प्लेटनरी सोसायटी, मुंबई के सीनियर सांईटिस्ट डॉ जे जे रावल, ईसरो प्रदर्शनी के टीम लीडर डॉ दीपक पांडे, मैथ्स गुरु डॉ बी एन राव, एस्ट्रोनोमी सांईस क्लब, नागौर के मोहनराम ईनाणिया, मारवाड़ मूंडवा नगर पालिका के अध्यक्ष घनश्याम सदावत, डेगाना नगर पालिका के अध्यक्ष राधाकिशन बैंदा, मारवाड़ मूंडवा पंचायत समिति के प्रधान राजेंद्र फिडौ़दा और श्री वागीश्वरी विद्या मंदिर सी सैकेंडरी स्कूल, मारवाड़ मूंडवा के प्राचार्य दयानंद गेपाला की मंचीय साक्षी और हजारों दर्शकों व बच्चों की उपस्थिति में राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने श्री खैरीवाल को साफा, माला और मैडल पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। यह सम्मान नागौर जिले की मारवाड़ मूंडवा स्थित श्री वागीश्वरी विद्या मंदिर सी सैकेंडरी स्कूल प्रांगण में रमन सांईस एंड टेक्नोलॉजी फांउडेशन,गुजरात, ऑल इंडिया रामानुजन मैथ्स क्लब, गुजरात और एस्ट्रोनोमी सांईस क्लब, नागौर द्वारा आयोजित राजस्थान वेस्ट मैथ्स सांईस टेक्नो फेअर में प्रदान किया गया। खैरीवाल को यह सम्मान सांईस एंड टेक्नोलॉजी के प्रति स्टूडेंट्स में रूचि उत्पन्न करने के उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया है। इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग बीकानेर के जिला समन्वयक डॉ मो फारुक को भी सम्मानित किया गया। श्री वागीश्वरी विद्या मंदिर सी सैकेंडरी स्कूल के प्राचार्य दयानंद गेपाला के अनुसार इस अवसर पर नागौर जिले में एपीजे अब्दुल कलाम नेशनल काउंसिल ऑफ यंग सांईटिस्ट, इंडिया की शाखा मारवाड़ मूंडवा में स्थापित करने की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर आयोजित की गई विग्यान प्रदर्शनी में बच्चों ने अनेकानेक मॉडल्स प्रदर्शित किए। इस अत्यंत ही प्रभावी प्रदर्शनी का अवलोकन 12000 (बारह हजार) से अधिक दर्शकों ने किया। इस फेअर में नागौर के अलावा बीकानेर, जोधपुर इत्यादि जिलों की पच्चीस से अधिक स्कूलों के बच्चों और शिक्षकों ने सक्रिय रूप से संभागित्व किया। फेअर के दौरान सांईस और मैथ्स संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के आयोजन भी किए गए।