जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षित बेरोजगार युवाओं के हित में बड़ा निर्णय लेते हुए बेरोजगारी भत्ता करीब पांच गुना बढ़ाते हुए 3000 और 3500 रूपए प्रतिमाह करने की घोषणा की है। गहलोत ने गुरूवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के केंद्रीय छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए बेरोजगारों को यह सौगात दी। बेरोजगारी भत्ते की बढ़ी हुई दरें 1 फरवरी, 2019 से लागू होंगी एवं नवीन दरों पर भुगतान एक मार्च से शुरू हो जाएगा।
एक लाख शिक्षित बेरोजगार होंगे लाभान्वित, 524 करोड़ व्यय करेगी सरकार
राज्य सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के करीब एक लाख शिक्षित बेरोजगार युवा लाभान्वित होंगे, जबकि वर्तमान में इस योजना में 70 हजार युवाओं को लाभ मिल रहा है। इस महत्वाकांक्षी घोषणा की क्रियान्विति के लिए राज्य सरकार प्रतिवर्ष 524 करोड़ रुपए व्यय करेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने जन घोषणा-पत्र को कैबिनेट की पहली ही बैठक में नीतिगत दस्तावेज का रूप प्रदान किया था। घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ते को 3500 रुपए तक बढ़ाने का वादा किया था।
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार अक्षत योजना (राजस्थान बेरोजगारी भत्ता योजना, 2012) के तहत 2 लाख रुपए तक की पारिवारिक वार्षिक आय वाले स्नातक पुरुष बेरोजगारों को अब 3000 रुपए एवं महिला तथा विशेष योग्यजन बेरोजगारों को 3500 रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। अक्षत योजना के तहत अभी प्रदेश में बेरोजगार पुरुषों को 650 रुपए एवं महिला तथा विशेष योग्यजन बेरोजगारों को 750 रुपए बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है।
गहलोत ने राजस्थान विश्वविद्यालय में पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय कैम्पस को बीसलपुर पेयजल परियोजना से जोड़ा जाएगा। इसके लिए आवश्यक 24 करोड़ रूपए का खर्च सरकार स्वयं वहन करेगी और विश्वविद्यालय प्रशासन पर यह भार नहीं पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश के नौजवानों को अपना भविष्य संवारने के अवसर उपलब्ध कराना हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें छात्र, किसान और नौजवानों को केंद्र बिन्दु बनाकर योजनाएं और नीतियां तैयार करनी होंगी, ताकि युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर सभी क्षेत्रों में उपलब्ध हो सके।
गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए देश को 21वीं सदी के लिए तैयार करने की जो पहल की थी, उसी का प्रतिफल है कि आज सूचना प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में भारतीय युवाओं की प्रतिभा का बोलबाला दुनिया मानती है।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले विनोद जाखड़ को राजस्थान विवि छात्रसंघ अध्यक्ष के पद की शपथ दिलाई और केंद्रीय छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया।
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश का शैक्षणिक ढांचा सुधारना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और सरकार बनते ही इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में ‘निःशुल्क प्रतियोगिता दक्षता‘ के नाम से कोचिंग कक्षाएं शुरू की जा रही हैं। सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे होनहार गरीब विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से बालिकाओं को पूरी तरह निःशुल्क शिक्षा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने कहा कि हमारी सरकार नौजवानों की उम्मीदें पूरी करते हुए उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री के रूप में वे भी छात्र-छात्राओं के सुख-दुख में साथ रहेंगी और उनके हितों की रक्षा के लिए कार्य करेंगी।
समारोह को मुख्य सचेतक महेश जोशी, राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. कोठारी, छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर उप मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण, राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, छात्रनेता और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।