बीकानेरसे 60 किमी दूर स्थित सियाणा भैरुंजी धाम पर बुधवार को मेला लगा। स्थानीय लोगों के अलावा दूरदराज के प्रांतों से भी वाहनों पद यात्रियों का जत्था जैकारों के साथ सियाणा धाम पहुंचा और भैरुंजी के दरबार में माथा टेककर धोक लगाई और परिवार की खुशहाली के लिए कामना की। जय भैरुं नाथ जैकारों से पूरा सियाणा धार्म भैरव मय हो गया। श्रद्धालुओं ने नारियल, चूरमा अन्य प्रसाद चढ़ाकर भैरुंजी की अराधना की। वही सियाणा धार्म में महाप्रसाद का दौर दिनभर चला। धार्मिक अनुष्ठान हुए। वहीं धर्मशालाओं में श्रद्धालुओं ने भैरव पाठ भी किया। मेले की शुरुआती पूजा अमरनाथ लड्डू गोपाल शंभू के साथ सियाणा धाम के पुजारी ईश्वर सिंह सांखला ने की। पूजा में चूरमा, दूध, गुड़ का भोग लगाया एवं चंदन सुगंधित जल से भैरव मूर्ति का अभिषेक कर भैरव पाठ किया गया। ‘भैरव तुम्बड़ी भर दो…’ जैसे भजनों की प्रस्तुति हुई। निज मंदिर एवं धर्मशालाओं को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया। मेलेमें पहुंचे पदयात्रियों का पूर्व सरपंच हरिसिंह सांखला अनिल कुमार ने तिलक लगाकर स्वागत किया। मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए मींडा महाराज धर्मशाला, भैरव दरबार धर्मशाला, सियाणा भैरव मंदिर आसपास बने शामियानों में जातरुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था की गई।
आशापुरासेवा समिति बिस्सो का चौक की ओर से कोल्डड्रिंक्स की व्यवस्था रही। श्री सियाणा भैरु मेडिसन सेवा समिति की ओर से पदयात्रियों के लिए मरहम पट्टी, मालिश आदि की की गई। समिति के मोतीलाल छंगाणी ने बताया कि 30 वर्षों से श्रद्धालुओं की सेवा निशुल्क चल रही है। सियाणा भैरव नवयुवक सेवा समिति ने शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई। सियाणा पान भंडार की ओर से निशुल्क पान वितरित किए गए। समिति के अध्यक्ष मांगीलाल जोशी महामंत्री श्रीगोपाल भादाणी ने बताया कि 30 वर्षों से पान की निशुल्क सेवाएं दी जा रही है। श्रीकिशन जोशी की ओर से निशुल्क मिनरल वाटर की व्यवस्था की गई। मेडिकल सेवा कोलायत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ. जितेंद्र जयपाल, दीपक आदि ने भी सेवाएं दी।