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मुकेश पूनिया
बीकानेर। शहर में महिला रोगियों के लिये मरघट बनी प्राईवेट होस्पीटलों में डॉक्टरों की लापरवाही से मौत के मामलों में लगातार बढोतरी हो रही है। नया मामला सादुलगंज के जीवनरक्षा होस्पीटल में सामने आया है। मिल रही जानकारी के अनुसार बुधवार को भर्ती महिला रोगी की गलत इंजेक्शन के कारण मौत हो गई। चिकित्सीय लापरवाही से हुई महिला की मौत के इस मामले को परिजनों ने विरोध किया तो आरोपी डॉक्टर विकास पारीक मौके से भाग छूटे, मामला ज्यादा गरमाने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाइस कर शंात कराया। देर रात थाना पुलिस ने इस मामले को लेकर जीवनरक्षा होस्पीटल के डॉ.विकास पारीक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी।

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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बल्लभ गॉर्डन निवासी महेन्द्र कुमार मोदी ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि मेरी पत्नि श्रीमति शारदा (५२) को मामूली बुखार और उल्टियां हुई थी,जिसे ईलाज के लिये जीवनरक्षा होस्पीटल ले गये तो डॉ.विकास पारीक ने पीडि़ता को पीलिया से ग्रस्त होना बताकर होस्पीटल में इंजेक्शन लगाने के बाद भर्ती कर लिया,दिनभर भर्ती रखने के बाद उसकी पीडि़ता की देखभाल नहीं की गई,दोपहर में पीडि़ता को घबराहट हुई और शरीर भी सुन्न हो गया। लेकिन उसे संभालने के लिये डॉ.विकास पारीक दिनभर नहीं आये। शाम को भी उन्होने पीडि़ता की बिगड़ी तबीयत को नजरअंदाज कर नर्स को इंजेक्शन लगाने के लिये कह दिया,इंजेक्शन लगाने के चंद मिनटों बाद ही पीडि़ता तडफ़ड़ाने लगी और उसकी सांसे थम गई। बताया जाता है कि मौत हो जाने के बाद काफी देर बाद तक डॉक्टर विकास पारीक और होस्पीटल के नर्सिग स्टाफ ने परिजनों से सच्चाई छुपाये रखी,देर रात जब पीडि़ता के परिजनों को उसकी मौत हो जाने का पता चला तो उन्होने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और मृतका का शव उठाने से इंकार कर दिया। बाद में पुलिस ने समझाइस कर शव को कब्जे में लेकर पीबीएम होस्पीटल की मोर्चरी में रखवाया जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।

मुर्दाघर के बाहर दिया धरना
जीवनरक्षा होस्पीटल में डॉक्टर की लापरवाही से श्रीमति शारदा मोदी की मौत के इस मामले में आरोपी डॉ.विकास पारीक को गिरफ्तार किये जाने तथा मामले की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग को लेकर पंजाबी-खत्री मोदी समाज के लोगों ने पीबीएम में मुर्दाघर के बाहर धरना शुरू कर दिया,धरने का नेतृत्व कर रहे दिनेश मोदी ने बताया कि डॉ.विकास पारीक की घौर लापरवाही के कारण श्रीमति शारदा मोदी को अकाल मौत का शिकार होना पड़ा है,ऐसे डॉक्टर की तुरंत गिरफ्तारी की जाये। धरना देने वालों में पूर्व पार्षद दिपक अरोड़ा,शांतिलाल मोदी,पूनम मोदी,घनश्याम मोदी समेत बड़ी तादाद में पंजाबी,खत्री मोदी समाज के लोग शामिल थे। जिन्हे समझाइस कर पुलिस ने धरने से हटाया।

पुलिस ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा
इस मामले को लेकर विरोध कर रहे मृतका के परिजनों और पंजाबी,खत्री मोदी समाज के लोगों को समझाइस कर सदर सीआई ऋषिराज सिंह ने भरोसा दिलाया कि जीवनरक्षा होस्पीटल में हुई श्रीमति शारदा देवी की मौत के इस मामले को लेकर निष्पक्ष जांच कर दोषी पाये जाने आरोपी की गिरफ्तारी की जायेगी। उन्होने बताया कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते मृतका के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है। पीडि़त पक्ष के बयान दर्ज कर लिये गये है आरोपी डॉक्टर विकास पारीक के बयान दर्ज करने के लिये थाने तलब किया गया है।

पहले भी दर्ज हो चुके है कई केस
प्राईवेट होस्पीटल में चिकित्सीय लापरवाही के कारण महिला रोगियों की संदिग्ध हालातों में मौत के कई मामले पहले भी पुलिस में दर्ज हो चुके है,इनके सादुल कॉलोनी के श्रीराम होस्पीटल में श्रीमति सीमा मिढ्ढा की मौत के मामला भी खासी सुर्खियों में रहा था। इससे पहले सादुलगंज प्राईवेट होस्पीटल में सुजानदेसर के रोगी मोहनलाल कच्छावा की ईलाज में लापरवाही के कारण मौत हो जाने के बाद विरोध प्रदर्शन हुए थे। इसी तरह मरूधर नगर स्थित बिन्नाणी होस्पीटल में भर्ती प्रसूता श्रीमति संतोष सुथार को एनिथिसिया की अत्यधिक डोज दिये जाने के कारण मौत हो जाने के मामले मेें आरोपी डॉक्टर स्वाति बिन्नाणी की गिरफ्तारी को लेकर सुथार समाज के लोगों ने धरना प्रदर्शन किये थे। पिछले साल बीकानेर नर्सिग होम में सिजेरियन डिलेवरी के दौरान प्रसूता श्रीमति पूजा पेड़ीवाल पत्नि महेश पेड़ीवाल की डॉक्टर दिप्ती वहल की लापरवाही के कारण मौत का मामला भी खासा सुर्खियों में रहा था।

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