चूरू, स्थानीय लोक शोध संस्थान नगर श्री में को देर शाम तक सुरों की महफिल जमी कार्यकम को सम्बोधित करते कवि

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हैलो बीकानेर न्यूज नेटवर्क, चूरू, जगदीश सोनी,  स्थानीय लोक संस्कृति शोध संस्थान नगर श्री को देर शाम तक सुरों की महफिल जमी। सचिव श्यामसुन्दर शर्मा ने बताया कि प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को होने वाली साहित्य गोष्ठी इस जिमीबार गीत-संगीत को समर्पित रही।

 

 

 

गीतों-गजलों की सुप्रसिद्ध गायक गौहर रिजवी संगीत संध्या के मुख्य आकर्षण थे। कार्यक्रम चूरू के जाने माने संगीतज्ञ डॉ. श्यामसुन्दर शर्मा की अध्यक्षता व वरिष्ठ एडवोकेट अनन्तराम सोनी के विशिष्ट सानिध्य मंे संपन्न हुआ। गौहर रिजवी ने जब कार्यक्रम का आगाज गजल- होठों से छूलो तुम मेरा गीत अमर गीत कर दो…से की तो सभा भवन तालियों से गूंज उठा।

 

 

शास्त्रीय संगीत पर आधारित बंदिश-होश वालों को खबर क्या बे खुदी क्या चीज है… तथा अन्य अनेक गीतों गजलों का सुनाकर खूब समां बांधा। स्थानीय कलाकारो में रविसेन ने दोस्ती फिल्म का गीत प्रस्तुत किया। संजीता बनर्जी के श्याम रंग रंगा रे… मुबारक भाटी के तुमको फुर्सत हो तो मेरी जां…. युसुफ खां ने गजल आई ना रास मुझको बहारांे की जिन्दगी… पुररूषोतम चांद की गजल ने भी श्रेताओ से खूब दाद पाई।

 

 

डॉ. के.सी. सोनी, राजबाला चौधरी, ओमप्रकाश मोटेका की प्रस्तुतियांे को भी खूब सराहा गया। रामसिंह बीका, आरिफ ने भी अपनी प्रस्तुतियां देकर श्रेताओ को गुदगुदाया। विशिष्ट अतिथि अनन्तराम सोनी ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रसंशा की। अध्यक्ष डॉ. श्यामसुन्दर ने सभी गायकों की प्रस्तुतियो की सांगोपांग समीक्षा करते हुए भरत व्यास के गीत से समापन किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट रमेश सोनी ने किया।

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