hellobikaner.com

Share

हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.com, दुबई ।  ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग का मानना है कि सूर्यकुमार यादव को खराब फॉर्म के बावजूद एकदिवसीय विश्व कप खेलना चाहिये क्योंकि वह भारत को विश्व विजेता बनाने की क्षमता रखते हैं।

 

 

 

 

पॉन्टिंग ने आईसीसी रिव्यू पर कहा, “दुनिया भर में हर कोई जानता है कि सीमित ओवर क्रिकेट में सूर्य क्या कर सकते हैं। मुझे लगता है कि टीम को उनके साथ रहना चाहिये। मुझे लगता है कि वह भारत को विश्व कप जिता सकते हैं।” उन्होंने कहा, “वह निरंतर प्रदर्शन नहीं करते लेकिन वह उस तरह के खिलाड़ी हैं जो बड़े क्षणों में आपको जीत दिला सकते हैं। कुछ वैसे ही जैसे दिवंगत महान एंड्रयू साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिये किया था।”

 

 

 

 

गौरतलब है कि टी20 क्रिकेट में अपना लोहा मनवा चुके सूर्यकुमार एकदिवसीय प्रारूप में खासा प्रभावित नहीं कर सके हैं। उन्होंने अपने करियर की 21 वनडे पारियों में 24.05 की औसत से 433 रन बनाये हैं। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध घरेलू सरजमीन पर खेली गयी हालिया एकदिवसीय शृंखला के तीन मैचों में वह खाता भी नहीं खोल सके थे।

 

 

 

 

 

पॉन्टिंग ने कहा, “जब आप इन लोगों को समय देते हैं, तो आप उन्हें एक अवसर देते हैं, आप उन्हें एक स्पष्ट दिशा देते हैं। वे उस भूमिका के बारे में स्पष्टता प्राप्त करते हैं जो आप उन्हें निभाते हुए देखना चाहते हैं। उनके पास इतनी प्रतिभा है कि वे अकेले दम पर आपको मैच जिता सकते हैं। मैं भारत के लिये यही करता। मैं सुरक्षा की तरफ जाने के बजाय मैच विजेता खिलाड़ियों को चुनता और मुझे लगता है कि वह (सूर्यकुमार) मैच-जिताऊ खिलाड़ी है।”

पॉन्टिंग ने कहा कि सूर्यकुमार को भारत के लिये एकदिवसीय क्रिकेट में नंबर पांच पर बल्लेबाजी करनी चाहिये। ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा, “मुझे लगता है कि वह वैसे भी केवल पांच पर बल्लेबाजी कर रहे थे। मैं उन्हें उससे ज्यादा नीचे नहीं देखना चाहता, खासकर हार्दिक (पांड्या), (रवींद्र) जडेजा और अक्षर (पटेल) के होते हुए। मैं खेल के सभी प्रारूपों में आपके सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को अधिक से अधिक समय देने में विश्वास करता हूं।”

 

 

उन्होंने कहा, “क्योंकि अगर आप उन्हें अक्सर क्रम में नीचे रखते हैं, तो कभी-कभी आपको अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का उपयोग करने का मौका नहीं मिलता है और आप ऐसा बिल्कुल नहीं चाहते हैं।”

About The Author

Share

You cannot copy content of this page