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सूचनाएं देने के एवज में ले रहे थे धन 

 

श्रीगंगानगर – राकेश मितवा hellobikaner.com राजस्थान के श्रीगंगानगर में सीआईडी इंटेलिजेंस विभाग ने 3 व्यक्तियों अब्दुल सत्तार, नितिन यादव और रामसिंह को गिरफ्तार किया है। तीनों गुप्त सूचनाएं देने के एवज में धन ले रहे थे।

 

 

महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने इनकी जासूसी का ब्यौरा जारी किया है। सीआईडी विशेष शाखा में पूछताछ से सामने आया कि अब्दुल सत्तार 2010 से नियमित रूप से पाकिस्तान की यात्रा कर रहा था। अब्दुल सत्तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का स्थानीय एजेंट बनकर कार्य कर रहा था। वह पाकिस्तान में खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आया और हिंदुस्तान से सामरिक महत्वपूर्ण स्थानों की जानकारी देने के लिए एजेंट बन गया।

 

 

वह सोशल मीडिया से गुप्त जानकारियां साझा कर रहा था। नितिन यादव सूरतगढ़ छावनी के पास में फल सब्जी का सप्लाई का कार्य कर रहा था और छावनी क्षेत्र में उसका आना-जाना रहता था।  प्रतिबंधित क्षेत्र मे यादव का आना जाना था। यादव को पाकिस्तान की एक महिला ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेम जाल में फंसा कर सामरिक महत्व की गुप्त सूचनाएं देने के लिए प्रेरित किया। वह पाकिस्तान सूचनाएं देने लगा और इसके बदले में धनराशि लेने लगा। राम सिंह वर्तमान में विकास ट्रेडर्स नाम की फैक्ट्री में कार्य कर रहा था।

 

 

इसने पाक खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आने के बाद बॉर्डर की आउटपोस्ट और सीमा क्षेत्र की सामरिक महत्व की जानकारियां फोटो वीडियो पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसियों को साझा करने लगा और धन राशि प्राप्त की। इन तीनों को शासकीय गुप्त सूचना अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस मिश्रा के अनुसार सीमा क्षेत्र में खुफिया तौर पर अभियान चलाए जाते रहे हैं। अभी 22 जून 2022 से 28 जून 2022 तक ऑपरेशन सरहद श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चुरू जिले में चलाया गया।

 

 

इस में कुल 23 लोगों को संदिग्ध मानकर पूछताछ की गई जिनमें 3 का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से संपर्क मिला। आगे की विस्तृत जांच जयपुर में की जाएगी। सीआईडी इंटेलिजेंस बॉर्डर एरिया के लोगों को बराबर सचेत कर रही है कि वे सतर्क रहें और देश से संबंधित कोई जानकारी विदेश को साझा ना करें जो सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है।

 

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